

आतंकवाद के खिलाफ रायपुर की हुंकार: श्रद्धांजलि सभा, कैंडल मार्च और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारों से गूंजा शहर
रायपुर, 24 अप्रैल 2025 |
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के विरुद्ध रायपुरवासियों ने आज एकजुट होकर आक्रोश जाहिर किया। जिला अध्यक्ष श्री रमेश सिंह ठाकुर भारतीय जनता पार्टी, एवं वामन राव लाखे वार्ड मंडल के नेतृत्व में केलाबाड़ी से कुशालपुर चौक तक विशाल विरोध रैली निकाली गई, जिसमें सैकड़ों की संख्या में नागरिक, कार्यकर्ता और सामाजिक संगठन शामिल हुए।
रैली के समापन पर पाकिस्तान के पाले हुए आतंकियों का पुतला दहन कर तीव्र विरोध प्रकट किया गया। उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर हमले में शहीद हुए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही, कैंडल मार्च निकालते हुए प्रतिभागियों ने आतंकवाद के विरुद्ध राष्ट्र की एकजुटता का संदेश दिया।
‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’: विरोध में गूंजे नारे, आतंक के खिलाफ एकता का प्रदर्शन
कार्यक्रम की मुख्य बातों में से एक थी भाजपा रायपुर जिला अध्यक्ष श्री रमेश सिंह ठाकुर का जनसमूह को संबोधन। उन्होंने अपने भाषण में कहा, “यह हमला केवल निर्दोषों पर नहीं, बल्कि भारत की अस्मिता पर हमला है। हमें संकल्प लेना होगा कि हम आतंकवाद का सामना एकजुट होकर करेंगे।” उन्होंने देशवासियों से आतंक के खिलाफ निरंतर सजग और संगठित रहने की अपील की।
सभा के दौरान ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ और ‘भारत आतंकवाद के खिलाफ है’ जैसे नारे भी जमकर लगे। इन नारों के साथ जनता ने यह स्पष्ट किया कि अब चुप नहीं बैठा जाएगा, बल्कि हर मोर्चे पर आतंक और उसके समर्थकों को करारा जवाब दिया जाएगा।
इस आयोजन में प्रमुख सामाजिक नेताओं, महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं, युवाओं और स्थानीय नागरिकों ने भारी संख्या में भाग लिया। लोगों ने मोमबत्तियाँ जलाकर न केवल शहीदों को याद किया, बल्कि यह भी संदेश दिया कि आतंक का अंधकार एकजुट भारत के उजाले के सामने नहीं टिक सकता।
जनजागृति का उद्देश्य
इस रैली का उद्देश्य केवल एक हमले के खिलाफ विरोध तक सीमित नहीं था, बल्कि यह पूरे देश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों और आतंकी गतिविधियों के विरुद्ध जनजागृति फैलाना भी था। वक्ताओं ने कहा कि आतंकवाद किसी मजहब का नहीं होता, लेकिन कुछ ताकतें इसे धार्मिक रंग देकर समाज को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इसे राष्ट्रभक्ति का प्रतीक बताते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है जब हर नागरिक को आतंकवाद के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद करनी होगी।
इस आयोजन ने रायपुर को एक ऐसा क्षण दिया जब हर वर्ग, हर आयु वर्ग के लोग बिना किसी भेदभाव के एक उद्देश्य के लिए खड़े नजर आए—एक आतंकमुक्त भारत के लिए।
