

भारत बनेगा वैश्विक ईवी हब: एचडी कुमारस्वामी
केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा, “इस फैसले से मर्सिडीज़, फॉक्सवैगन जैसी वैश्विक वाहन निर्माता कंपनियों के लिए भारत में ईवी निर्माण आसान होगा। इससे देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और स्थानीय विनिर्माण को बल मिलेगा।”
जून 02, नई दिल्ली: केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय ने भारत में इलेक्ट्रिक पैसेंजर कारों के निर्माण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक नई योजना के नियमों की घोषणा की है। इस योजना के तहत सरकार ने दुनिया भर की ईवी कार निर्माता कंपनियों को भारत में निवेश करने और स्थानीय उत्पादन शुरू करने के लिए आमंत्रित किया है।
नई योजना के अनुसार, कंपनियों को पहले तीन वर्षों के भीतर भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च करनी होंगी। इसके साथ ही पांच वर्षों के भीतर कुल उत्पादन क्षमता का कम से कम 50 प्रतिशत स्थानीय रूप से निर्मित ईवी कारों का होना अनिवार्य होगा।

तो आज ही करें अपना भविष्य सुरक्षित!
इस अवसर पर केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा, “इस फैसले से मर्सिडीज़, फॉक्सवैगन जैसी वैश्विक वाहन निर्माता कंपनियों के लिए भारत में ईवी निर्माण आसान होगा। इससे देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और स्थानीय विनिर्माण को बल मिलेगा।”
भारत को इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक वैश्विक हब के रूप में विकसित करने के लिए केंद्र सरकार ने आयात कर नीति में भी बदलाव किया है। नई नीति के तहत, कम से कम 35,000 डॉलर मूल्य की इलेक्ट्रिक कारों पर आयात शुल्क घटाकर सिर्फ 15 प्रतिशत कर दिया गया है। यह लाभ हर वर्ष अधिकतम 8,000 कारों तक सीमित रहेगा।
