​हेमोफिलिया का डेंटिस्ट्री से है गहरा सम्बन्ध: डॉ अंशुल कांकरिया, डेंटल सर्जन (विश्व हीमोफीलिया दिवस 17 अप्रैल: विशेष लेख)

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हेमोफिलिया का डेंटिस्ट्री से है गहरा सम्बन्ध: डॉ अंशुल कांकरिया, डेंटल सर्जन (विश्व हीमोफीलिया दिवस 17 अप्रैल: विशेष लेख)


हर साल 17 अप्रैल को विश्व हीमोफीलिया दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य हीमोफीलिया और अन्य आनुवंशिक रक्तस्राव संबंधी रोगों के प्रति जागरूकता फैलाना है। यह दिवस वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ हीमोफीलिया (WFH) के संस्थापक फ्रैंक श्नाबेल के जन्मदिवस की स्मृति में समर्पित है।

हीमोफीलिया एक दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी है, जिसमें शरीर का रक्त थक्का बनने की प्रक्रिया सामान्य रूप से कार्य नहीं करती। परिणामस्वरूप, चोट लगने पर रक्त बहने की प्रक्रिया लंबे समय तक चलती है क्योंकि रक्त में आवश्यक थक्का बनाने वाले प्रोटीन की मात्रा कम होती है।


हेमोफिलिया का डेंटिस्ट्री से गहरा सम्बन्ध है, क्योंकि यह एक ऐसी अनुवांशिक बीमारी है जिसमें रक्त का थक्का (clot) बनने की प्रक्रिया बाधित होती है। क्योकि बहुत सारे डेंटल ट्रीटमेंट प्रोसीजर में ब्लीडिंग होती ही है, इसलिए हेमोफिलिक मरीजों के दंत उपचार में विशेष सावधानी की आवश्यकता होती है।

डेंटिस्ट्री में इसका सम्बन्ध निम्न बिंदुओं से समझा जा सकता है:

1. ब्लीडिंग रिस्क (Bleeding Risk)

हेमोफिलिया A या B में फैक्टर VIII या IX की कमी होती है, जिससे किसी भी सर्जिकल या इनवेसिव डेंटल प्रक्रिया जैसे tooth extraction, scaling, root planing या periodontal surgery में अत्यधिक रक्तस्राव हो सकता है।

यहां तक कि ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आना भी सामान्य से अधिक हो सकता है।

2. ट्रीटमेंट प्लानिंग में सावधानी

Invasive Procedures से पहले हेमेटोलॉजिस्ट की सलाह ज़रूरी होती है।

फैक्टर रिप्लेसमेंट थैरेपी या DDAVP (Desmopressin) देने की योजना बनाई जाती है ताकि रक्तस्राव नियंत्रित किया जा सके।

Tranexamic acid जैसी एंटीफाइब्रिनोलाइटिक दवाओं का प्रयोग भी किया जा सकता है।

3. प्रिवेन्टिव डेंटिस्ट्री का महत्व

हेमोफिलिया के मरीजों में invasive ट्रीटमेंट से बचने के लिए Oral hygiene को बेहतर बनाना अत्यंत आवश्यक है।

Fluoride application, regular checkups और patient education पर ज़ोर दिया जाता है।

4. Local Hemostatic Measures

Bleeding को कंट्रोल करने के लिए local agents जैसे oxidized cellulose, gelatin sponge (Gelfoam), suturing, pressure packs आदि का उपयोग किया जाता है।


निष्कर्ष:

हेमोफिलिक मरीजों के लिए डेंटल ट्रीटमेंट एक multidisciplinary approach की मांग करता है, जिसमें डेंटिस्ट, हेमेटोलॉजिस्ट और पेशन्ट की संयुक्त सहभागिता आवश्यक होती है। आपका उपचार जितना minimally invasive होगा, उतना ही सुरक्षित रहेगा।


Dr. Anshul Kankaria (kankaria Dental Speciality)
Dr. Anshul Kankaria (kankaria Dental Speciality)

लेखक:

डॉ. अंशुल कांकरिया
डेंटल सर्जन
कांकरिया डेंटल क्लिनिक
तात्यापारा, रायपुर (छ ग)
9827110986

डॉ अंशुल कांकरिया रायपुर में सबसे अच्छे दंत चिकित्सकों में से एक हैं। डॉक्टर ने दंत चिकित्सक के रूप में अपने 17 वर्षों के अनुभव में कई रोगियों की मदद की है। डॉक्टर ने बीडीएस किया है।


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