रायपुर । केंद्र सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना ‘प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना‘ आम नागरिकों के जीवन में ऊर्जा आत्मनिर्भरता एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय परिवर्तन ला रही है। इस योजना के माध्यम से ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के नागरिक सस्ती, स्वच्छ और सतत ऊर्जा प्राप्त कर न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं, बल्कि ग्रीन एनर्जी को अपनाकर पर्यावरण संरक्षण में भी भागीदारी निभा रहे हैं।


जशपुर जिले के कुनकुरी निवासी डॉ. फूलचंद कुजूर इस योजना के सफल लाभार्थी हैं। उन्होंने अपने निवास की छत पर 10 किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल स्थापित कर न केवल बिजली की बचत सुनिश्चित की है, बल्कि अपने घर को एक ग्रीन एनर्जी होम के रूप तब्दील कर दिया है। कुल 4.80 लाख रूपए की लागत वाले इस सोलर सिस्टम पर उन्हें 78,000 की अनुदान राशि शासन द्वारा सीधे उनके बैंक खाते में प्रदान की गई।
डॉ. कुजूर, जो पेशे से चिकित्सक हैं, सदैव स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरणीय संतुलन के पक्षधर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें इस योजना की जानकारी विज्ञापन के माध्यम से प्राप्त हुई, जिसके पश्चात् उन्होंने बिजली विभाग से संपर्क कर आवश्यक प्रक्रियाएँ पूर्ण कीं। लगभग सात से आठ माह पूर्व उन्होंने यह सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया, तब से घर की बिजली की जरूरतें पूरा होने लगी है और अतिरिक्त विद्युत ऊर्जा ग्रिड में भी आपूर्ति की जा रही है। परिणामस्वरूप उनका बिजली बिल शून्य से नीचे (माइनस) दर्ज हो रहा है।
डॉ. कुजूर ने बताया कि, यह पहल न केवल मेरे मासिक खर्चों को कम कर रही है, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ एवं सुरक्षित पर्यावरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक छोटा किंतु सशक्त प्रयास है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना हर नागरिक के लिए अत्यंत उपयोगी है और सभी को इसका लाभ अवश्य लेना चाहिए। बिजली विभाग के अवर अभियंता श्री लोकनाथ नेताम ने बताया कि शासन की यह योजना ऊर्जा की आत्मनिर्भरता एवं पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक सशक्त कदम है, जो प्रदेशवासियों को आर्थिक रूप से भी सशक्त कर रही है।
