जयतु संस्कृतम्


*संस्कृत महोत्सव 2025*
.छत्तीसगढ संस्कृत शिक्षा सेवा संस्थान में 15 दिवसीय संस्कृतमहोत्सव का उद्घाटन संपन्न
हर वर्ष सावन प्रतिपदा से श्रावणपूर्णिमा तक चलने वाले इस महोत्सव में छात्रों के लिये उच्चशिक्षा के क्षेत्र में रोजगार विषय पर संवाद परामर्श विद्वानों के द्वारा दिया गया तथा शिक्षकों का सम्भाषण भी आयोजन किया गया । प्रो. माण्डवी सिंह कुलपति भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय लखनऊ से नाट्यशास्त्र में सांस्कृतिक दृष्टि विषय में विशिष्ट व्याख्यान समायोजित हो चुका है। संस्कृतमहोत्सव के अन्तर्गत तुलसी जयन्ती के पावन अवसर में प्रो. राजन यादव हिन्दी विभागाध्यक्ष, इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ से गोस्वामी तुलसीदास जी का संस्कृत में योगदान विषय पर विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया । इस संस्कृत महोत्सव में देश के विभिन्न क्षेत्रों लोग जुडते है तथा प्रदेश छ.ग. के सभी आम नागरिक इसमें भाग ले रहें है।
*इस महोत्सव का उद्देश्य समाज में संस्कृत शिक्षा और भारतीय संस्कृति को पहुँचाना है*। अभी और कार्यक्रम होगें ।शिक्षकों का प्रशिक्षण तथा छात्रों के लिये श्रीमद्भगवद्गीता प्रश्नमञ्च प्रतियोगिता और वाराणसी से तथा नई दिल्ली से भी विद्वान जुडेंगें जो आयुर्वेद चिकित्सा तथा संस्कृत में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बतायेंगें ।
*छ.ग. संस्कृतशिक्षा संस्थान के संयोजक तथा संस्थान सचिव डा. मनीष शर्मा और संगठन सचिव श्री मुकेश चौबे जी के अनुसार प्रदेश के वरिष्ठ विद्वान प्रो. महेश चन्द्र शर्मा ,डा. पूर्णिमा केलकर , श्रीमती उर्मिला देवी ,श्रीमती निर्मला पांडेय श्री हेमन्त शर्मा, प्रो. तोयनिधि वैष्णव ,श्रीमती निशा चन्द्रा ,श्री हेमन्त चौबे, श्री दिव्येश्वर शास्त्री ,श्री संजय गुप्ता ,श्री गणेशराम इत्यादि लोग प्रतिदिन कार्यक्रम की व्यवस्था देखते हैं* । यह कार्यक्रम आनलाईन माध्यम से किया ताकि ज्यादा ज्यादा लोगों तक संस्कृत महोत्सव पहुँच सकें । संस्कृत महोत्सव के समापन दिन पूर्णिमा को विशेष आयोजन होगा
