मृदंग… नाद संगीत का – नाद के सुरमयी संध्या में थिरका शहर


रायपुर। दिनांक: 14/5/2025
संगीत प्रेमियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव लेकर आई संगीतमय संध्या “मृदंग… नाद संगीत का”, जहाँ शास्त्रीय संगीत और ताल की गूंज ने समस्त वातावरण को सुरमय कर दिया। कार्यक्रम का आयोजन संस्था के संस्थापक गायक और संगीतकार श्री अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में किया गया, जिसमें शहर व बाहर से आए संगीतप्रेमियों ने बड़ी संख्या में उपस्थिति दर्ज करायी।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री प्रितेश साहू, कान्ति कंस्ट्रुक्शन्स के संचालक, एवम “मृदंग… नाद संगीत का” के संरक्षक एवम समाजसेवी श्री इशांत सोनी के दीप प्रज्वलन और गुरु वंदना से हुआ, जिसके बाद मंच पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शास्त्रीय गायन और फिल्मी वाद्यवृंद ने माहौल को भक्तिमय और सांगीतिक बना दिया।
विशेष आकर्षण रहे गीत “कभी बेकसी ने मारा” गायक- अतलु मुखर्जी, “भूल गया सब कुछ” गायक- हिना एवम गजेंद्र वर्मा, “आशाओं के सेवन में” गायक- महेंद्र साहू एवम प्राची, “जाने कैसे कब कहाँ” गायक- प्राची एवम मुकेश फतनानी, “आज तुझको पुकारे मेरे गीत रे” गायक- शालिनी एवम महेंद्र साहू, “देर न हो जाये” गायक- हिना एवम अनुराग ठाकुर, “ये रात भीगी-भीगी” गायक- हिना एवम मुकेश फतनानी, “शादी तुझी से हो मेरी” गायक- राहुल एवम प्राची
जिनकी प्रस्तुतियों ने ताल-लय और नाद के गूढ़ रहस्यों को सजीव कर दिया।
युवा कलाकारों की सहभागिता ने यह सिद्ध कर दिया कि शास्त्रीय संगीत की परंपरा आज भी युवाओं में जीवंत है।
आयोजन के अंत में आयोजकों ने सभी श्रोताओं, कलाकारों एवं सहयोगियों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में इस प्रकार के और आयोजन करने की घोषणा की।
“मृदंग… नाद संगीत का” न केवल एक संगीतमय संध्या रही, बल्कि यह एक ऐसा अनुभव बना जिसने आत्मा को सुरों से जोड़ दिया और श्रोताओं के मन में संगीत के प्रति प्रेम और श्रद्धा को और भी गहरा कर दिया। कार्यक्रम वरिष्ठ मंच संचालक श्री रविन्द्र दत्ता और श्री आशीष ठाकुर के कुशल संचालन में सम्पन्न हुआ। संस्था के मार्गदर्शक श्री रवीन्द्र दत्ता का स्मृति चिह्न देकर सम्मान किया गया|
विदित हो कि, “मृदंग… नाद संगीत का” संस्था का आगाज़ आज ही किया गया, और संस्था अपने पहले कार्यक्रम से ही श्रोताओं के हृदय में स्थान बनाकर उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया।
