

एम्स रायपुर ने किया छत्तीसगढ़ का पहला स्वैप किडनी ट्रांसप्लांट, नई एम्स संस्थानों में बना अग्रणी
रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित एम्स (AIIMS) ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। संस्थान ने राज्य का पहला सफल स्वैप किडनी ट्रांसप्लांट किया है, जिससे यह छत्तीसगढ़ का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है जिसने इस जटिल प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। साथ ही, यह उपलब्धि एम्स रायपुर को देश के नए एम्स संस्थानों में अग्रणी बनाती है।
स्वैप ट्रांसप्लांट: जब रक्त समूह की असंगतता भी नहीं बनी बाधा
स्वैप किडनी ट्रांसप्लांट एक ऐसी तकनीक है, जिसमें ऐसे मरीजों की मदद की जाती है जिनके पास जीवित दाता होते हैं लेकिन ब्लड ग्रुप या इम्यूनोलॉजिकल कारणों से अंग प्रत्यारोपण संभव नहीं होता। इसमें दो अलग-अलग परिवारों के दाता और रिसीवर एक-दूसरे से मेल खाते हैं और आपसी सहमति से अंगों की अदला-बदली होती है।
इस प्रक्रिया के तहत बिलासपुर से दो मरीजों का चयन किया गया, जिनकी उम्र क्रमशः 39 और 41 वर्ष थी। दोनों मरीज कई सालों से डायलिसिस पर निर्भर थे और उनकी पत्नियाँ किडनी दान करने के लिए इच्छुक थीं। लेकिन रक्त समूह की असंगति के चलते सीधा प्रत्यारोपण संभव नहीं था। एक जोड़े में पति B+ और पत्नी O+ थीं, जबकि दूसरे में पति O+ और पत्नी B+। इस स्थिति में दोनों पत्नियों ने एक-दूसरे के पति को किडनी डोनेट की, जिससे दोनों मरीजों को अनुकूल किडनी प्राप्त हो सकी।
एम्स रायपुर की टीम ने रचा इतिहास
एम्स रायपुर की यूरोलॉजी और नेफ्रोलॉजी विभागों की समर्पित टीम ने इस चुनौतीपूर्ण सर्जरी को योजनाबद्ध और सफल ढंग से संपन्न किया। संस्थान के निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने टीम को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि राज्य के लिए गौरव का विषय है और भविष्य में और भी जटिल सर्जरी की राह खोलेगी।
आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज
एम्स रायपुर में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। जिन मरीजों के पास यह योजना नहीं है, उन्हें भी बेहद कम सरकारी दरों पर उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। निजी अस्पतालों की तुलना में जहां ट्रांसप्लांट का खर्च लाखों में होता है, वहीं एम्स में यह सुविधा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए भी सुलभ है।
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं का नया युग
स्वैप किडनी ट्रांसप्लांट की शुरुआत के साथ ही एम्स रायपुर ने छत्तीसगढ़ में चिकित्सा सेवाओं की दिशा में एक नया अध्याय शुरू किया है। यह न केवल राज्यवासियों के लिए राहत की बात है, बल्कि यह साबित करता है कि सरकारी संस्थाएं भी उन्नत चिकित्सा तकनीकों को अपनाकर जीवन बचाने में अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं।
