आदि कर्मयोगी अभियान के तहत बीएमटी तैयार करेंगे आदि साथी व आदि सहयोगी


अम्बिकापुर । छत्तीसगढ़ शासन आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के निर्देशानुसार सरगुजा जिले में ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान 2024-25’ के अंतर्गत आदि कर्मयोगी अभियान अनुसार जिला स्तरीय प्रक्रिया प्रयोगशाला का तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज संपन्न हुआ।
इस प्रशिक्षण में जिला मास्टर ट्रेनर्स (डीएमटी) द्वारा विकासखंड मास्टर ट्रेनर्स (बीएमटी) को प्रशिक्षित किया गया। तीन दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न नवाचारों और नवीन गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षुओं को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया गया। प्रशिक्षण पूर्ण होने पर प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए गए।
कुल 49 ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स को इस प्रशिक्षण से तैयार किया गया है। ये बीएमटी आगे ब्लॉक एवं क्लस्टर स्तर पर आदि साथी और आदि सहयोगियों को प्रशिक्षित करेंगे। इस अभियान का उद्देश्य अंतिम व्यक्ति तक विकास की योजनाओं को पहुँचाना और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ना है।
अभियान के अंतर्गत प्रत्येक गांव के लिए ट्राइबल विलेज विजन /2030 तैयार किया जाएगा। इसमें गांव की मौजूदा आवश्यकताओं का आकलन कर विलेज डेवलपमेंट प्लान बनाया जाएगा। “अपना गांव – समृद्धि का सपना” की अवधारणा के अनुरूप जिले के चिन्हांकित 416 ग्रामों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जाएगा। इसके लिए 8 क्लस्टर का गठन किया गया है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारत सरकार द्वारा नियुक्त जिला नोडल प्रभारी किरण कुमार, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग डॉ. ललित शुक्ला, सहायक संचालक किरण राजपूत तथा विभिन्न विभागों से जुड़े जिला मास्टर ट्रेनर्स आदिवासी विकास विभाग से गिरधारी लाल बालेंद्र, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से नवीन सोनी, महिला एवं बाल विकास विभाग से बसंत मिंज, स्वास्थ्य विभाग से गजेंद्र पैकरा, शिक्षा विभाग से बी.बी. राम, जल शक्ति विभाग से एम.के. गुप्ता और वन विभाग से जेनी ग्रेस मिंज सहित अन्य विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
