अयोध्या । राम मंदिर से पांच सितंबर को इतिहास का नया अध्याय जुड़ गया। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद पहले विदेशी प्रधानमंत्री के रूप में भूटान के पीएम दासो शेरिंग टोबगे ने अपनी धर्मपत्नी के साथ रामलला के दर्शन किए। भूटान के प्रधानमंत्री शुक्रवार को सुबह 9:30 बजे अपने तय कार्यक्रम के अनुसार भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से बिहार के गया से अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचे। यहां पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रतिनिधि के रूप में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही समेत विदेश मंत्रालय, शासन, प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। यहां से प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से सीधे राम मंदिर के लिए रवाना हुए। इस दौरान थोड़ी देर के लिए हाईवे पर यातायात प्रतिबंधित कर दिया गया।


भूटान के पीएम सुबह 10:00 बजे राम मंदिर पहुंचे। करीब एक घंटे 40 मिनट के राम मंदिर प्रवास में उन्होंने रामलला और राम दरबार के दर्शन किए। इसके साथ ही कुबेर टीला, जटायु और सप्त मंडपम के मंदिरों में भी दर्शन पूजन किया। उन्होंने लोअर प्लिंथ के चारों ओर लगने वाले म्यूरल के साथ परकोटा की दीवार पर लगने वाले ब्रांज के म्यूरल को भी निहारा।
इस दौरान अपने मोबाइल से रामजन्मभूमि परिसर की तस्वीरें कैद करते रहे। राम मंदिर की नक्काशी उनको बहुत अच्छी लगी। राम मंदिर में दर्शन और भ्रमण के दौरान वह काफी प्रसन्न थे। रामलला के दरबार में उन्होंने तीन बार साष्टांग प्रणाम किया। रामलला की आरती उतारी और पुष्प अर्पित किया। इसके बाद चरणामृत प्रसाद ग्रहण किया। राम मंदिर से प्रधानमंत्री होटल रामायणा पहुंचे। यहां पर भूटान की पारंपरिक शैली में सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से उनका स्वागत किया गया। प्रदेश सरकार की पहल पर जिला प्रशासन की ओर से उनके सम्मान में दोपहर भोज का आयोजन किया गया। दोपहर भोज में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री अयोध्या एयरपोर्ट आए और यहां से भारतीय वायुसेना के विमान से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
