रायपुर । बस्तर प्रवास के दौरान शकुंतला फाउंडेशन छत्तीसगढ़ की अध्यक्षा स्मिता सिंह और सचिव संजना सिंह को फरसगांव के पास आलोर गांव में एक मनोरोगी नवयुवती बेहद असहाय अवस्था में मिली। कई मनोरोगियों का पुनर्वास करा चुकी स्मिता सिंह ने तुरंत युवती की मदद के लिए कदम उठाए।


स्थानीय ग्रामीणों और कोटवार रामचंद्र से जानकारी लेने के बाद, उन्होंने कोंडागांव के शांति फाउंडेशन पुनर्वास केंद्र के संचालक यतीन्द्र ‘छोटू’ सलाम से संपर्क किया। रेस्क्यू टीम — कौशल्या बोस, खुशबू सोनी, कपील निर्मलकर और यतीन्द्र सलाम — ने मिलकर युवती को केशकाल के पास बटराली गांव से सुरक्षित लाकर सरगीपालपारा स्थित पुनर्वास केंद्र में रखा।
परिवार और ग्रामीणों ने शकुंतला फाउंडेशन और शांति फाउंडेशन के इस मानवीय कार्य के लिए आभार जताया। बस्तर की बेटी के रूप में जानी जाने वाली स्मिता सिंह अब तक 200 से अधिक दिल में छेद वाले बच्चों के ऑपरेशन में सहयोग कर चुकी हैं और ब्रेन ट्यूमर पीड़ित, बुजुर्ग, दिव्यांगजन तथा जरूरतमंदों को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराती रही हैं।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने भी उनकी सेवाओं की सराहना की है। जल्द ही स्मिता सिंह बस्तर की महिलाओं के लिए एक विशेष स्वास्थ्य मुहिम शुरू करने जा रही हैं, जिसके तहत निःशुल्क सैनिटरी पैड वितरण भी किया जाएगा।
