जम्मू | जम्मू क्षेत्र के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री गुलचैन सिंह चरक का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार को निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। उनके निधन पर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में व्यापक शोक व्यक्त किया गया तथा नेताओं ने क्षेत्र के विकास और डोगरा विरासत के संरक्षण में उनके योगदान को याद किया।
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, चरक कुछ समय से अस्वस्थ थे और उन्होंने जम्मू में अंतिम सांस ली। कांग्रेस के साथ अपने लंबे जुड़ाव के लिए जाने जाने वाले वरिष्ठ नेता चरक ने 2005 से 2008 तक जम्मू कश्मीर में गुलाम नबी आज़ाद के नेतृत्व वाली पीडीपी-कांग्रेस गठबंधन सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया।

गुलचैन सिंह के निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में शोक की लहर है। लोग उनके योगदान को याद कर रहे हैं। खासकर जम्मू क्षेत्र के विकास और डोगरा संस्कृति को बचाने के लिए किए गए उनके कार्यों को लोग याद कर रहें हैं।









