रायपुर, 16 अक्टूबर 2025 । छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता हाथ लगने जा रही है। शुक्रवार, 17 अक्टूबर को जगदलपुर में एक ऐतिहासिक घटना होने वाली है, जब 140 से अधिक नक्सली मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सामने आत्मसमर्पण करेंगे।
जानकारी के अनुसार, यह सरेंडर नक्सली नेता रूपेश के नेतृत्व में होगा। बताया जा रहा है कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली 100 से ज्यादा हथियारों के साथ मुख्यधारा में लौटने की घोषणा करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा भी मौजूद रहेंगे।

गृह मंत्री शर्मा ने इस बड़े सरेंडर अभियान को लेकर कहा कि बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण के लिए तैयार हैं। हम उनका रेड कार्पेट बिछाकर स्वागत करेंगे। यह बस्तर के लिए नई शुरुआत का दिन होगा। जनता अब लाल आतंक नहीं चाहती।
इस आत्मसमर्पण कार्यक्रम के लिए पुलिस और प्रशासनिक अमला पूरी तैयारी में जुटा है। जगदलपुर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और कार्यक्रम स्थल पर अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है।
सूत्रों के मुताबिक, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली लंबे समय से पुलिस और सुरक्षा बलों के संपर्क में थे। कई बार बातचीत के बाद उन्होंने मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। इस समूह में कई सक्रिय सदस्य और महिला नक्सली भी शामिल हैं।
राज्य सरकार ने इन नक्सलियों के पुनर्वास और पुनर्स्थापन के लिए विशेष योजना तैयार की है। आत्मसमर्पण करने वालों को सरकारी पुनर्वास नीति के तहत आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने नक्सल प्रभावित इलाकों में “विकास और विश्वास” की नीति अपनाई है। बीते कुछ महीनों में नक्सलियों के आत्मसमर्पण की घटनाओं में तेजी आई है, जिसे सुरक्षा एजेंसियां प्रदेश में नक्सलवाद के पतन का संकेत मान रही हैं।
कल का दिन बस्तर के इतिहास में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है, जब लाल रास्ता छोड़कर कई नक्सली शांति और विकास की राह पर लौटेंगे।









