काहिरा । पश्चिमी सूडान के दारफुर क्षेत्र में हाल ही में हुए भीषण भूस्खलन ने विनाशकारी प्रभाव डाला है। यह हादसा रविवार को मर्राह पर्वतों के तरासिन गांव में हुआ, जहां मिट्टी और चट्टानों के नीचे दबकर सैकड़ों लोगों की जान चली गई।


शुक्रवार को मिली जानकारी के अनुसार इस त्रासदी में लगभग 200 बच्चे भी मारे गए हैं। इस हादसे में 1000 अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है।
एक प्रमुख सहायता संगठन ‘सेव द चिल्ड्रन’ ने बताया कि अब तक 150 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है, जिनमें 40 बच्चे भी शामिल हैं। इन सभी का उपचार किया जा रहा है।
राहत और बचाव कार्य अभी भी युद्धस्तर पर जारी है, लेकिन कठिन भू-प्राकृतिक परिस्थितियों और सीमित संसाधनों के कारण प्रयासों में बाधाएं आ रही हैं। भूस्खलन का प्रभाव इतना व्यापक है कि पूरे गांव को भारी नुकसान पहुंचा है।
मकान मलबे में दब गए हैं और जीवित बचे लोग खुले में रहने को मजबूर हैं। पानी, दवा और भोजन की भारी किल्लत है। कई लोग अब भी लापता हैं और उनके जीवित बचने की संभावना क्षीण होती जा रही है।
